behisaab baatein
अनगिनत चेहरे है आस पास
बेहिसाब बातें हो रही आस पास
कुछ दिल को छु रही
कुछ दिल को चूब रही
काश ये बातें ये चेहरे हवा के झोंके होते...
छु के गुज़र जाते
नज़र न आते ..दिल को यूँ न रुलाते..
कोई इस दिल के करीब था
कोई अजनबी था ..
दो बातें हर चेहरा कर रहा था ..
काश ये दो बातें दो पल से होते ..
रात के साथ बीत जाते
दिल को यु न रुलाते...
ज़िन्दगी का गम उनकी बातों में ढल गया
बातों का रंग मजाक में बदल गया ...
ना किसी को दर्द दिख रहा था ...न ज़ख्म
बस बातें कही जा रही थी ..
काश ये बातें मोम सी होती ..
पिघल जाती ...ज़मीन में मिल जाती
दिल को न दुखाती..
पर गम इस बात का है की वो दो बातें
न मोम बनकर पिघली न हवा बनकर बही
कुछ दिल को छु रही
कुछ दिल को चूब रही
बेहिसाब बातें हो रही आस पास
कुछ दिल को छु रही
कुछ दिल को चूब रही
काश ये बातें ये चेहरे हवा के झोंके होते...
छु के गुज़र जाते
नज़र न आते ..दिल को यूँ न रुलाते..
कोई इस दिल के करीब था
कोई अजनबी था ..
दो बातें हर चेहरा कर रहा था ..
काश ये दो बातें दो पल से होते ..
रात के साथ बीत जाते
दिल को यु न रुलाते...
ज़िन्दगी का गम उनकी बातों में ढल गया
बातों का रंग मजाक में बदल गया ...
ना किसी को दर्द दिख रहा था ...न ज़ख्म
बस बातें कही जा रही थी ..
काश ये बातें मोम सी होती ..
पिघल जाती ...ज़मीन में मिल जाती
दिल को न दुखाती..
पर गम इस बात का है की वो दो बातें
न मोम बनकर पिघली न हवा बनकर बही
कुछ दिल को छु रही
कुछ दिल को चूब रही
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