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pyar ishq mohbbat

कभी  कहीं यूँही मिले थे वो दिल आँखों में बातें और खामोश जुबान की महफ़िल हवा की गुदगुदी ,बारिश की चाहत कुछ अंजना सा होने की आहट कहते है मोहब्बत इसे,न पता था...... हर लम्हा खुशियों की लहरों  से सटा था... बीते  हुए कल की तस्वीर न समझो इसे... पर हकीकत को झूट्लाये कैसे  वो  भूल गए हमे और मोहब्बत मेरी हो गयी  तन्हा जब जब  याद आते  वो लम्हे .....जीता हूँ मैं दूसरा जहाँ.....!!! करता  हूँ  तुझसे इज़हार इश्क का.... झुकता है सर तेरे आगे....तू है दिलबर   अनजाना  था वो रिश्ता  और था   मैं बेखबर..... बीत गए वो लम्हे वो घड़ियाँ न जाने कितनी सदियाँ फिर भी रहेगा तुझ पर दिल का एतबार सद्कः करूँ अपने इश्क पे बार बार..... स्द्कः करूँ अपने इश्क पे बार बार......

jeet ka jshn mana lo,rooh apni haar kar

 चलता चल ए राही..... ज़िन्दगी के..ए सिपाही जोश से भरे इस दिल में जीत का ज़स्बा हर पल में  माथे पे क्यूँ है तेरी ये फिकर मना ले जष्न  जीत का रूह अपनी हार कर!!!!!!! रोक सके न कोई तुझे लगा दे अपनी जान सारी अम्बर तेरा, तेरा  ये सागर... कोशिश की नय्यिया दोब्ने न पाए   अपने करम तू बस करता चल .... गूंजे उठेंगे जीत के  स्वर ..... मना ले जष्न  जीत का रूह अपनी हार कर!!!!!!!

yaaron ki yaad

अनजान चहेरों में है वो छुपे न जाने कब मिल जाये .....किस मोड़ पर  हमको थी न इस बात की खबर !!!! बनते बनते कुछ यार एसे भी बन जायेंगे  हर लम्हा जो याद आएंगे.... लहरों से मचलते इस दिल में कोई यूँ जगह बनाएगा..... मन के साहिलों पे  मस्तियों वाली कश्तियाँ लाएगा  भूल उठूँगा सारे गम...जिसकी  महफ़िल को पा कर  हमको थी न इस बात की खबर !!!! बनते बनते कुछ यार एसे भी बन जायेंगे  हर लम्हा जो याद आएंगे.... जब जब वो मिले खुशियाँ साथ लाते मुस्कुराते गाते बीत जाते ये रास्ते... चलते है अपने अपने ख्वाबों के लिए न जाने किस डगर....पर न छूटता यारों का वो साथ न होती फिकर........ हमको थी न इस बात की खबर !!!! बनते बनते कुछ यार एसे भी बन जायेंगे  हर लम्हा जो याद आएंगे....

SAJNI

कुछ खाली सा है ये मन.... ज़रा फीकी सी है धड़कन......... ढूँढ रहा हूँ तुझको आधी रात  में..... तारों की बारात में....असमान के साथ में....... ओ सजनी रे.......तू कहाँ..... ओ सजनी रे.....तू कहाँ..... तेरे दिल का दिलदार यहाँ....... ओ सजनी रे..... तू कहाँ..... बादलों के नीचे ,लहरों के  पीछे..... साजन चले है  निकल ...... होश तो  खो चुके है....अंदाज़ भी गए है बदल.... तू न मिली तो चाँद के संग  करता हूँ इज़हार....... दिल  हुआ जा रहा है बेक़रार..... ओ सजनी रे.......तू कहाँ..... ओ सजनी रे.....तू कहाँ..... तेरे दिल का दिलदार यहाँ....... ओ सजनी रे..... तू  कहाँ..... धीमी धीमी सी ज़िन्दगी चल रही है पल पल हर पल प्यार चढ़ रहा है....... धुंडू कोई परी सी , दिल की खरी सी.... न मिली हो अबतलक जो....मिल जाये अब मुझे वो.... तो पूछूँ में यही.......... ओ सजनी रे.......तू कहाँ..... ओ सजनी रे.....तू  कहाँ..... तेरे दिल का दिलदार यहाँ....... ओ सजनी रे..... तू  कहाँ.....
This link will take u to my old house of creative writting with count of 11-13 post!!! ENJOY!!!! :)

ANJANA ANJANI

राहों पे निकला था अकेला, न थी उम्मीद कोई , मिल गयी अनजानी सी साथी , साथ आई खुशियाँ  नई ||  अनजाने राहों पे राही   अनजाने चलते रहे हम दोनों बस यूँही........ अंजना अनजानी है  हम दिलों से दूर करें ले  सारे  गम..... अंजना अनजानी है हम...... कुछ एसे  जिये ये पल ओ हमदम!!!!! क्यूँ  याद करें हम अब दुनिया को..... अंजना मैं सही अनजानी तू सही.... मिले जब हम यूँ है....... तो फिर गम क्यूँ है ,चल संग बिखाराते है अजनबी से रंग.......... अंजना अनजानी है  हम दिलों से दूर करें ले  सारे  गम..... अंजना अनजानी है हम...... कुछ एसे  जिये ये पल ओ हमदम!!!!!

HINDI K RANG

this one is my spontaneous work for a poetry competition in college........ हर रंग में है उमंग, हर बन्दे में है दम, ज़िन्दगी जिए हम,हिन्दुस्तानी है हम | | हर मोड़ पर बदल रही है भाषा पर न बदल सकी, जीने की आशा जुडा है हिंदुस्तान -फिर चाहे हो वो बंगाली मराठी या सिन्धी यूँही जोड़े सबको,है ये अपनी राष्ट्रभाषा -हिंदी | | हर तरफ बिखरे है रंग इसके, सिखने लगे विदेशी भी ढंग इसके. हिंदी है गर्व हमारा , ज़िन्दगी हमारी है हिंदी | | खुशियाँ हो या हो ग़मों के पल, हर बात हो जाती है सरल, हो बात वीर शहीदों की याद की, या जंवा लहू को जगाने की....... हिंदी ने रखा हम हिन्दुस्तानियों का मान , चाहे आप बात करे किसी ज़माने की | | पंछियों की उड़ने  से ऊपर  इसका मान , मुस्कराहट से भी अनमोल इसका ज्ञान, हिंदी है हम,देश हमारा हिंदुस्तान| |