Rehne de bande

रहने दे बन्दे वो तू रहने दे बन्दे 
उन यादों के  सूखे पत्तो को तू रहने दे बन्दे
उड़ते है  चूर हो जाते है पर दिल को रुला जाते है 
उन पत्तों को  खुली फिजाओं में उड़ जाने दे बन्दे
वो तू रहने दे बन्दे

पिघल गई है रात 
रात  की हर बात 
अब नई सुबह में पंछियों को
कहने दे बन्दे 
बादलों की शक्ल भी बदल गई
लहरों का अक्स भी बिखर गया 
फिर भी खूबूसरत है  ये  जहाँ
तू उन बिखरी हुई लहरों को रहने दे बन्दे 
रहने दे बन्दे वो तू रहने दे बन्दे 

साथी मुखौटों का न बन तू
दिल की हर बात चेहरे  से कह तू
छुट जाते है वो नाकाबि रिश्ते 
उन रिश्तो को रहने दे बन्दे
वो तू रहने दे बन्दे 

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