अनगीनत कहानीयों में तू भी एक कहानी है , इस आस्मां ज़मीन के बीच एक ज़िन्दगी तूने भी जानी है। न कर फ़िक्र क्यूंकि खुदा तेरे भी पास है , और वही साँसे तेरे भी पास है। हर दिन एक नयी सोच ,पुरानी ज़मीन पर। एक एक उलझन खुलती जाएगी, तेरी कहानी तुझ से बनती जाएगी। बस मुस्कुरा कर शुक्रिया कर, अपनी साँसों से मेहनत का खून बढ़ा कर हर दिन को गले लगा , अनगीनत कहानियो से न घबरा, क्यों की उन अनगीनत कहानीयों में तू भी एक कहानी है , इस आस्मां ज़मीन के बीच एक ज़िन्दगी तूने भी जानी है।