एक मन एक जीवन

 रंग राग की रौनक
आस्मां पे वो सुनहरी धनक
सब  तेरे  मन की कृति है
एक मन एक जीवन , लाखों विचार तार
उलझे से सारे पर धीरे धीरे सुलझा कर
हर रंग गहरा करता चल
सारे राग गाता चल
सब तेरे मन की कृति है
एक मन एक जीवन  , लाखों विचार तार
सब तेरे मन की कृति है
खुद से जिसने जंग लड़ी है
उसने जंग वो जीती  है
जीत  भले  हो अदृश्य  सी
फिर भी वो तेरी है
 तेरा मन तेरा जीवन , तेरे विचार तार
एक मन एक जीवन - सब तेरी कृति है। 

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