Vande Matram

वन्दे मातरम वन्दे मातरम
 जीवन तुझसे है तुझसे हर मौसम
पुष्प सुमन महक रहे हर डगर
सूर्य भी करता नद्मस्तक अपना सर
माँ तेरी छाँव अनमोल है......
तू करोडो दिलों का  है संगम
वन्दे मातरम वन्दे मातरम

सरहदों की जंग से हो रहा तेरे हृदय पे वार
प्रण है माँ.....तुझ से...ये आस्मां है गवाह...
तेरी रक्षा ही परम धर्म है
लहू की न फ़िक्र ,जान से पहेले कर्म है
माँ तेरी छाँव अनमोल है......
तू करोडो दिलों का  है संगम
वन्दे मातरम वन्दे मातरम

हर कण में जाग उठे वो भक्ति....हर कण जाग उठे....
मातृप्रेम की है वो शक्ति.....
सागरों के तट से.....हिम की छोटी तक....
 बीती हुई सदियों से..... इस  क्षण तक.....
नमन है तुझे माँ....तेरे ह्रदय की करुणा को.....
माँ तेरी छाँव अनमोल है......
तू करोडो दिलों का  है संगम
वन्दे मातरम वन्दे मातरम


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