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Showing posts from October, 2011

Kuch yun karo na-a duet song

hey aditi  यूँ करो न....... वो असमान के जहाँ से... कुछ बादलों को अपना बना के अपना प्यार उनमें भरो........ hey अदिति यूँ करो ताकि जब बरसे ये बादल ये बूंदे... मैं भीगूँ  तेरे इश्क में..... चाहत ये मेरे दिल की पूरी करो न......!!!!! hey aditi  कुछ  यूँ करो न....... ज़रा इंतज़ार फरमाइए.... पहले हमे चाँद तोफ्हे में लाइए  आस्मां तो ठहरा हुआ है..... चाँद तो बहता हुआ है.....पिघल रहा  हर रात.... hey sameer यूँ करो तुम...... न मैंने कछ सोचा न जाना...... चाँद को अपना तोफहा माना..... तुम्हे जो मोहब्बत है ....... तो  इतना करो न  तुम ...... hey sameer यूँ करो तुम...... aditi तुमने जो कह दिया है..... मेरी चाहतों को बदल दिया है..... मुस्कुरा कर देखा मैंने आसमान   तुम हो मैं हूँ.. बादलों के टुकड़ों को रहने दो उस जहाँ.... प्यार की बूंदे ज़मीन पे बरसने दो......पर उन बादलों को रहने दो...... aditi यूँ करो न...मेरी बाँहों में खुद को खोने दो न..... hey aditi यूँ करो न..... न न न...हवा जो बह चली वो थमती नहीं......

Rehne de bande

रहने दे बन्दे वो तू रहने दे बन्दे  उन यादों के  सूखे पत्तो को तू रहने दे बन्दे उड़ते है  चूर हो जाते है पर दिल को रुला जाते है  उन पत्तों को  खुली फिजाओं में उड़ जाने दे बन्दे वो तू रहने दे बन्दे पिघल गई है रात  रात  की हर बात  अब नई सुबह में पंछियों को कहने दे बन्दे  बादलों की शक्ल भी बदल गई लहरों का अक्स भी बिखर गया  फिर भी खूबूसरत है  ये  जहाँ तू उन बिखरी हुई लहरों को रहने दे बन्दे  रहने दे बन्दे वो तू रहने दे बन्दे  साथी मुखौटों का न बन तू दिल की हर बात चेहरे  से कह तू छुट जाते है वो नाकाबि रिश्ते  उन रिश्तो को रहने दे बन्दे वो तू रहने दे बन्दे