Jaan-e-man

ख्वाबों  की शहज़ादी तू
दिलों में फूलों की वादी भी तू
तू ही मेरी दिल धड़कन
तू ही मेरा तन मन


तू ही तो है मेरी , है मेरी तू ही तो  जान-ए-मन
तू ही मेरी जान-ए-मन....... (2)

पल पल जो तू मुस्कुराये
सारा जहाँ मेरा खिल जाये
फिज़ाओं में महक तेरी  बहने लगी
शहज़ादी तू मेरी होने लगी.....

तू ही मेरी दिल धड़कन
....

तू ही मेरी जान-ए-मन....... (2) 

भीगी भीगी सी बारिशों में
आधी अधूरी ख्वाहिशों में
हर लम्हा तुझसे बढती गयी मोहब्बत
शहज़ादी तू ही मेरी जन्नत.....

तू ही मेरी दिल धड़कन
....
तू ही मेरी जान-ए-मन....... (2)

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