माँ Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 03, 2017 माँ तेरी छाँव जब छटेगी , दुनिया की धुप लगेगी बस तू बरखा बन बनकर बरसते रहना माँ यूँ तो तेरी कमी हर बूँद से भी न हटेगी पर तुझे छूकर महसूस कर सकूँगा इसी तस्सली से मैं सो सकूँगा माँ Read more