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Showing posts from December, 2016

tera wajood

तेरा वजूद, तेरी कहानी ,तेरी मोहब्बत  सब तेरे होने से है, मिट्टी के शरीर से परे ,तू एक  जान है।   जो बसे जहाँ, जिस शहर  रौशन हुआ वो मकान है।  बस युहीं मुस्कुराते हुए तू  सिखाता चल जीने का तरीका बढ़ती उम्र के साथ ,तेरी तकलीफें कम होती जाएँ पच्चीस का हो रहा आज तू, और बोलूँ मैं यही  तेरी निन्यानबे जन्म तारिक जब आये।  तेरी सोच , तेरा नज़रिया सब तेरे होने से है , मिट्टी के शरीर से परे ,तू एक  जान है।   जो बसे जहाँ, जिस शहर  रौशन हुआ वो मकान है। 

Dear Diary

जब किसी से कुछ कह न पाओ, वो अलमिराह में हूँ वही , ज़रा कपड़ो से ढकी, रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में छिपी - चाबी,रूमाल,ऑफिस की फाइल के तले कागज़ संग बंधे हुए तेरे एहसास बांधे हुए - तेरी  डायरी बेफिक्र होकर मिल सकता तू मुझ से न वक़्त की पाबन्दी , न गहरे रिश्तों का बोझ बस तू और तेरी सच्चाई - तेरी मुस्कराहट ,तेरे आंसू जब किसी से बाँट न पाओ वो अलमिराह में हूँ वही , बस याद रखना और याद रखना की मैं तो बस कागज़ हूँ कुछ ऐसे लिखना अपनी कहानी  की कागज़ जल जाए पर कहानी न जल पाए। - तुम्हारी डायरी 

azaad

घबराहट को  घर न  बना वो तुझे कैद करेंगे तेरी उम्मीदें पे परदे डालेंगे रौशनी को काम करेंगे जो तुझे करना वो तुझे पता बस मेहनत और दिशा नापते रहे तो ये आस्मां भी रास्ता दिखायेगा बस घबराहट को  घर न  बना आज़ाद हो तू आज़ाद हो तेरे ख्याल