मैं ये करूँगा वो करूँगा
मैं ये करूँगा वो करूँगा हवाओं को मोडूँगा असमान को तोडूंगा टूटेगा बादल, बिखरेगी बरखा तब ही तो मानेगा जश्न जश्न की जान बनूँगा, मैं ये करूँगा वो करूँगा।। दीवारों पे तारीखें लिख लिख के गिनी है खाली बस्ता तैयार रखा है सारे अरमानों को पूरा करूँगा सुनाई दे रही वो सिक्कों की खनक आये नहीं जेबों में जो अब तक पर फिर भी सोचा है वो करूँगा ये करूँगा।। दो पैसे कम तो करो पूरी रात खरीदूँगा संग होंगे सब, संग होगा मेरा रब तब ही तो मानेगा जश्न जश्न की जान बनूँगा मैं ये करूँगा वो करूँगा।।