OJAS
हम थे यहीं बस बिखरे थे जैसे आस्मां में तारे अब जो संग है तो जश्न मना रहे सारे फीका लगने लगे अस्मा पे वो सूरज हर दिशा गा रही ये गीत रस हम में है ओजस हम से ये कारवां देखी कहाँ दुनिया तूने देखा एक नया जहाँ ओजस हम में है ओजस हम से ये कारवां रंग दे अपने आसमान को सजेंगे रंग इतने यहाँ अपने रंग को पहचानेगा तू मिलेंगे रंग इतने यहाँ मिलने लगेगी खोई हुई वो फुर्सत हर धड़कन संग गूँज रहा ये गीतरस हम में है ओजस कहते थे हम , अब कह रहा सारा जहाँ हम से ये कारवां देखी कहाँ दुनिया तूने देखा एक नया जहाँ ओजस हम में है ओजस हम से ये कारवां