Ishq kijiye.....!!!!!
ज़रा मुह में पान दबा के.... असमान में चाँद चढ़ा के...... मिंया ज़रा इश्क कीजिये........!!!! सासों में महके इत्र सा जादू... बाँहों में बेहके हर ज़र्रा हो के बेकाबू... मिंया ऐसा इश्क कीजिये.....!!!!!! नैना जाने राज़-ऐ-दिल... रात की चादर ओढ़े....होटों को यूँ न सिल.... इश्क को भी मौका दीजिये .... मिंया ज़रा ऐसा इश्क कीजिये......!!!! सांसों सी नाज़ुक नजाकत कुछ खास है...!!! दिल का तोहफा दिल के पास है....!!! तेरी अदा से हर सुर हर साज़ है......!!!! जन्नतों में बसे दिल के दीवाने.... इस दीवाने की मोहब्बत भी कबूल कीजिये.... मिंया ज़रा ऐसा इश्क कीजिये......!!!!!!