yaaron ki yaad
अनजान चहेरों में है वो छुपे न जाने कब मिल जाये .....किस मोड़ पर हमको थी न इस बात की खबर !!!! बनते बनते कुछ यार एसे भी बन जायेंगे हर लम्हा जो याद आएंगे.... लहरों से मचलते इस दिल में कोई यूँ जगह बनाएगा..... मन के साहिलों पे मस्तियों वाली कश्तियाँ लाएगा भूल उठूँगा सारे गम...जिसकी महफ़िल को पा कर हमको थी न इस बात की खबर !!!! बनते बनते कुछ यार एसे भी बन जायेंगे हर लम्हा जो याद आएंगे.... जब जब वो मिले खुशियाँ साथ लाते मुस्कुराते गाते बीत जाते ये रास्ते... चलते है अपने अपने ख्वाबों के लिए न जाने किस डगर....पर न छूटता यारों का वो साथ न होती फिकर........ हमको थी न इस बात की खबर !!!! बनते बनते कुछ यार एसे भी बन जायेंगे हर लम्हा जो याद आएंगे....